प्रभारी मंत्री ने समाजवादी पेंशन लाभार्थियों को पासबुकें बांटकर पेंशन वितरण का किया शुभारंभ





कासगंज: मंत्री उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उ0प्र0/जनपद प्रभारी मंत्री पारस नाथ यादव ने बारह पत्थर मैदान में आयोजित भव्य विशाल समारोह में लाभार्थियों को समाजवादी पेंशन योजना की पासबुकें वितरित कर जनपद में पेंशन वितरण का शुभारंभ किया। समारोह में 500 लाभार्थियों को पास बुकें बांटी गईं।
          प्रभारी मंत्री ने समारोह में कहा कि मुख्यमंत्री जी की अति महत्वपूर्ण योजना है। गरीब परिवारों के मुखिया को आर्थिक उत्थान के लिये 500 रू0 प्रति माह मिलेंगे। प्रति वर्ष 50 रू0 बढ़ कर यह राशि 750 रू0 प्रति माह तक हो जायेगी। लाभार्थी के छोटे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा एवं स्वास्थ्य परीक्षण तथा बड़े बच्चों के कौशल विकास की भी व्यवस्था है। प्रदेश के 40 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। बिना भेदभाव के प्रत्येक धर्म, वर्ग के गरीबों को इस योजना से लाभांवित किया जा रहा है।


           उन्होंने कहा कि जब तक गरीबों के होंठों पर मुसकान नहीं आयेगी तब तक सरकार का सपना पूरा नहीं होगा। अपने बच्चों को अवश्य पढ़ायें और उनका भविष्य संवारें। इसे योजना के साथ जोड़ा गया है। महिलायें भी आत्मनिर्भर बनेंगी। सरकार द्वारा प्रदेश में बिना भेदभाव के निःशुल्क 102 व 108 नम्बर एम्बूलेंस सेवा संचालित है, जो काॅल करते ही आपके घर तक पहुंचती है, इसका लाभ उठायें। यह देश अमीर, गरीब सभी का है। हमारी मंशा है कि सरकार की योजनायें जनता तक पहुंचें।      
           विधायक पटियाली नजीबा खान जीनत एवं पैक्सफेड डायरेक्टर नाशी खान फेरी ने समारोह में कहा कि केवल उ0प्र0 में संचालित इस अत्यंत महत्वपूर्ण समाजवादी पेंशन योजना का सीधा लाभ महिलाओं को मिलेगा।
           सीडीओ लल्लन प्रसाद वर्मा ने बताया कि समाजवादी पेंशन योजना के अंतर्गत जनपद में कुल 21093 पात्र लाभार्थियों का चयन हुआ है। जिनमें से 2698 लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे ई-पेमेंट द्वारा 500 रू0 प्रतिमाह की दर से 8 माह की किश्त 4 हजार रू0 प्रति लाभार्थी को भेज दी गई है।
           समारोह में डीएम जे0पी0त्रिवेदी, एसपी विनयकुमार, पूर्व सांसद देवेन्द्र सिंह यादव, सपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह, एसडीएम, समाज कल्याण अधिकारी डा0सीपी सिंह सहित सभी अधिकारी काफी संख्या में जनप्रतिनिधि, संभ्रंात नागरिक एवं लाभार्थी उपस्थित थे।