- कुपोषण मिलने पर आंगनबाड़ी होंगी जिम्मेदार, सेवायें होंगी समाप्त-डीएम
- सीडीपीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि,
- दोनों गांव बनेंगे आदर्श गांव,
- होडिलपुर सड़क के लिये 12 लाख स्वीकृत,
कासगंज: जिलाधिकारी जे0पी0त्रिवेदी ने राज्य पोषण मिशन के अंतर्गत अपने द्वारा गोद लिये गये ब्लाक सोरों के ग्राम होडिलपुर तथा ब्लाक कासगंज के गावं कांतौर का निरीक्षण किया।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में हुये कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री जी की महत्वाकांक्षी योजना है। बच्चों का कुपोषण दूर होगा और गांव का विकास भी किया जायेगा। उन्होंने ग्राम होडिलपुर में गांव की सड़क बनवाने के लिये 12 लाख रू0 स्वीकृत करने तथा गांव में एक बड़ा सुलभ शौचालय बनवाने की घोषणा की। बच्चों के कुपोषण दूर करने और योजना के संचालन में लापरवाही बरतने पर वहां की सीडीपीओ को उन्होंने प्रतिकूल प्रविष्टि दी तथा सभी आंगनबाडि़यों को कठोर चेतावनी दी कि जिले के किसी भी गांव में कुपोषण मिलने पर वहां की आंगनबाड़ी जिम्मेदार होंगी तथा उनकी सेवायें समाप्त कर दी जायेंगी। उन्होंने दोनों गांवों में आगनबाड़ी केन्द्र के रजिस्टरों को चैक किया तथा जिले की सभी आंगनबाड़ी, आशा वर्कर्स व एएनएम को व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार लाने की सख्त चेतावनी दी। आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा संचालित योजना और पुष्टाहार, पंजीरी वितरण की स्पष्ट जानकारी दीवार पर लिखवायें।
उन्होंने कहा कि ग्रामवासी स्वयं भी जिम्मेदारी निभायें, कुरीतियों को दूर करें और खानपान, रहनसहन में स्वच्छता बरतें, शुद्व पेयजल एवं स्वच्छ शौचालयों का प्रयोग करें। बच्चों का नियमित टीकाकरण करायें और उन्हें स्कूल जरूर भेजें। निःशुल्क एम्बूलेंस एवं संस्थागत प्रसव व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठायें। बीमार बच्चों का तुरंत उपचार करायंे। मां व बच्चों को पौष्टिक आहार देने पर विशेष ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि विधवा, वृद्वावस्था, विकलांग, समाजवादी पेंशन एवं सभी योजनाओं के पात्रों के फार्म भर कर जमा करा दें। गांव में आवश्यकतानुसार सड़क, नाली, खरंजा बनवाया जायेगा। महिलाओं के समूह गठन कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिये सस्तीदर पर बैंक ऋण दिलवाया जायेगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता परक हो, मिडडेमील, पुष्टाहार, गर्म खाना गुणवत्ता के साथ समय से बंटे। सीडीपीओ देखें कि कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे। बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो। समय से राशन व पुष्टाहार वितरित हो। सभी पात्रों के पेंशन फार्म भरवायें। हैण्डपम्पों का पानी चैक करा लें। गांव में नियमित सफाई हो। स्वास्थ्य कैम्प लगाकर ग्रामवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवायें वितरित की गईं। इस मौके पर विभागीय स्टाल लगा कर ग्रामवासियों को योजनाओं की जानकारी देकर जागरूक किया गया।
सीडीओ लल्लन प्रसाद वर्मा ने कहा कि जन्म के समय बच्चे का ढाई किलो से कम बजन कुपोषण की श्रेणी में आता है। स्तनपान एवं पूरक आहार से बच्चों की होने वाली मृत्यु दर कम हो सकती है। जन्म से एक घंटे के अंदर स्तनपान से शिशु में संक्रमण को रोकने और प्रतिरक्षण में सुधार के साथ मृत्यु दर को कम करने तथा 6 माह तक स्तनपान बच्चे में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। आयुवर्ग के अनुसार पूरक आहार, पूरक सूक्ष्म पोषक तत्व, विटामिन ए, आयरन और जिंक बच्चे की बढ़ोत्तरी के लिये जरूरी हैं। पर्याप्त आहार बच्चों और किशोरियों को सूखा रोग व बौनेपन को कम करता है।
इस मौके पर सीएमओ डा0 सत्यसिंह, डीपीओ, पीडी डीआरडीए, डीपीआरओ अन्य विभागों के अधिकारी, एसडीएम कासगंज रामदास, तहसीलदार, ग्राम प्रधान व काफी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।